Ayurvedic Tips And Treatment For Kidney:
किडनी का काम हमारे शरीर में मौजूद गदंगी को साफ करके पेशाब के जरिए शरीर से बाहर निकालना होता है। हमारे शरीर में दो किडनियां होती हैं जिनका आकार सेम की तरह होता है। इसमे किसी भी तरह की परेशानी आपके पूरे शरीर को प्रभावित कर सकती है।
किडनी में इन्फेक्शन की पहचान – Symptoms of Kidney Infection in Hindi
- बुखार आना
- बार बार उल्टी आना
- पेट दर्द करना
- ठंड लगना
- बार-बार पेशाब आना
- पेशाब करते समय जलन महसूस होना
- पेशाब में गंदगी या खून आना
- पेशाब में बदबू आना
किडनी इंफेक्शन के लिए आयुर्वेदिक इलाज – Ayurvedic treatment for kidney infection in Hindi
आयुर्वेद में हर एक बीमारी का सफल इलाज है बस आपको धैर्य एवं विश्वास रखने की जरूरत है
आयुर्वेद के माध्यम से बड़ी से बड़ी बीमारियों का सफल इलाज कर सकते हैं
आइए जानते हैं आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के माध्यम से किडनी के इंफेक्शन को कैसे दूर कर सकते हैं और अपनी बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं
गोक्षुरा या गोखरू
गोक्षुरा का अंग्रेजी शब्द ट्रिबुलस टेरेस्ट्रिस है. इसका इस्तेमाल आमतौर पर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने Immunity Boost करने, कामोत्तेजक और कायाकल्प गुणों के लिए किया जाता है. गोक्षुरा को किडनी के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए उपयोग किया जाता है. यह गोखरु चूर्ण और गोकरशादी गुग्गुलु दोनों रूपों में मिलता है. यह अतिरिक्त यूरिक एसिड के उत्सर्जन में मदद करता है. इससे किडनी को ठीक से काम करने और किडनी को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है.
गोखरू अधिकांश मूत्र पथ विकारों के लिए प्रभावी उपचार है क्योंकि यह निम्न तरीके से काम करता है:
पेशाब के प्रवाह को बढ़ता है
मूत्र पथ की झिल्ली पर पीड़ानाशक प्रभाव डालता है
रक्तस्राव को रोकने का काम करता है
पुनर्नवा
यह जड़ी जलन को नियंत्रित करने में लाभकारी होती है, क्योंकि इसमें मूत्रवर्धक गुण होते हैं. इसके सेवन से पेशाब का प्रवाह बढ़ता है. यह पेशाब के दौरान जलन जैसे यूटीआई लक्षणों और संक्रमण को कम करने में भी कारगर है.
वरुण
किडनी इंफेक्शन के लिए वरूण एक असरदार जड़ी-बूटी मानी जाती है .इसे मूत्र पथ संक्रमण (Urinary Tract Infection) के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता है. मूत्र पथ यानी यूरिनरी ट्रैक्ट में किसी भी तरह की रुकावट में यह जडृी बहुत उपयोगी साबित होती है. किडनी, मूत्रवाहिनी और मूत्राशय की पथरी समेत कई प्रकार के मूत्र विकारों के सफल इलाज के लिए वरुण का इस्तेमाल किया जाता है
1. मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करे वरुण
2. कब्ज को दूर करे वरुण
3. भूख न लगने की समस्या से दिलाए छुटकारा
4. घाव को भरने में मदद करे वरुण
किडनी इंफेक्शन में घरेलू इलाज – Ayurvedic Treatment for kidney infection in Hindi
- किडनी इंफेक्शन है तो सुबह टमाटर के रस में काली मिर्च का पाउडर और नमक मिलाकर सेवन करें.
- किडनी के इन्फेक्शन में तरबूज बहुत फायदेमंद होता है आप चाहे तो इसका जूस निकाल कर पी सकते हैं या ऐसे ही खा सकते हैं।
- प्रतिदिन दो अंजीर एक ग्लास पानी में उबालकर एक मिश्रण तैयार कर लें और नियमित रूप से पिए जब तक इंफेक्शन ठीक ना हो जाए।
- लौकी का जूस पेशाब और उत्सर्जन अंगों की समस्याओं के इलाज में बहुत ही लाभकारी है.
- किडनी से जुड़ी समस्याओं के लिए नारियल पानी भी सस्ता और अच्छा उपाय है.
- तुलसी के पत्तों का एक चम्मच रस शहद में मिलाकर सुबह के समय लेने से भी किडनी की समस्या में फायदा मिलेगा.
- अपने खाने में कैलोरी की मात्रा अधिक रखें.
- आपको अपने खाने में प्रोटीन की मात्रा कम रखनी होगी.
- बाजार में मिलने वाले फास्ट फूड एवं चाइनीस फूड को कहे अलविदा.
- हरी सब्जियों को ज्यादा खाएं.
- किडनी इंफेक्शन में आपको मसालेदार एवं चिकना समान खाने से बचना चाहिए.
- शराब एवं मांस मच्छी जैसे भोजन के सेवन से बचें.