खेसारी लाल यादव : जीरो से हीरो बनने तक का सफर : Biography of Khesari Lal Yadav
‘खेसारी लाल यादव’ का जन्म 15 मार्च 1986 को बिहार के सिवान जिले के रसूलपुर चट्टी गाँव में हुआ था। उनका असली नाम शत्रुघ्न यादव है। उनके पिता का नाम मंगरु यादव है और वे एक साधारण किसान थे। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी, जिसके कारण ‘खेसारी लाल यादव’ को बचपन से ही कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गाँव के ही स्कूल में हुई। आर्थिक तंगी के कारण उन्हें जल्दी ही पढ़ाई छोड़नी पड़ी और परिवार की मदद के लिए काम करना शुरू करना पड़ा।
प्रारंभिक संघर्ष और करियर की शुरुआत :
‘खेसारी लाल यादव’ का जीवन संघर्षों से भरा रहा। उन्होंने अपने जीवन की शुरुआत दिल्ली में लिट्टी-चोखा बेचने से की। इस दौरान उन्होंने छोटे-मोटे स्टेज शो और लोकगीत गाने का काम भी किया। अपने शुरुआती दिनों में खेसारी लाल यादव ने बहुत मेहनत की और संघर्ष का सामना किया।
उनकी गायकी का सफर भी बहुत संघर्षपूर्ण रहा। शुरुआत में उनके गाने उतने लोकप्रिय नहीं हुए, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार मेहनत करते रहे। उनके पहले एल्बम “माल भेटाई मेला” ने उन्हें कुछ पहचान दिलाई, लेकिन सफलता अभी दूर थी।
प्रारंभिक संघर्ष में पत्नी का समर्थन :
‘खेसारी लाल यादव’ का प्रारंभिक जीवन बहुत संघर्षपूर्ण था। वे एक गरीब किसान परिवार से थे और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए दिल्ली में लिट्टी-चोखा बेचते थे। इसी दौरान उनकी पत्नी ‘चंदा देवी’ ने हर कदम पर उनका साथ दिया। उन्होंने कठिनाइयों और संघर्षों में भी खेसारी का हौसला बढ़ाया और उन्हें प्रेरित किया कि वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत करते रहें।
Biography of Khesari Lal Yadav :
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आर्थिक तंगी में पत्नी का सहयोग –
‘खेसारी लाल यादव’ के शुरुआती करियर में जब वे छोटे-मोटे स्टेज शो और लोकगीत गाते थे, तब उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। इस समय ‘चंदा देवी’ ने घर की आर्थिक जिम्मेदारियों को संभाला और खेसारी को अपने करियर पर ध्यान केंद्रित करने में मदद की। उन्होंने अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए कई कठिनाइयों का सामना किया और किसी भी स्थिति में खेसारी का साथ नहीं छोड़ा।
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खेसारी की पत्नी द्वारा मानसिक और भावनात्मक समर्थन –
खेसारी लाल यादव का संघर्षपूर्ण जीवन कभी-कभी उन्हें हतोत्साहित कर देता था। ऐसे समय में ‘चंदा देवी’ ने उन्हें मानसिक और भावनात्मक समर्थन दिया। उन्होंने खेसारी को हमेशा प्रोत्साहित किया कि वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत करते रहें। उनकी पत्नी का यह समर्थन और विश्वास खेसारी के लिए बहुत बड़ा सहारा बना।
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सफलता के बाद भी पत्नी का सहयोग –
‘खेसारी लाल यादव’ की पहली फिल्म “साजन चले ससुराल” की सफलता के बाद उनकी जीवन शैली में बदलाव आया। लेकिन इस सफलता के बाद भी चंदा देवी ने उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का फैसला किया। उन्होंने अपने परिवार और बच्चों की देखभाल की और खेसारी को अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने में मदद की।
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खेसारी की पत्नी द्वारा परिवार का प्रबंधन –
‘चंदा देवी’ ने न केवल खेसारी के करियर में उनका साथ दिया, बल्कि परिवार की जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभाया। उन्होंने अपने बच्चों की परवरिश की और घर का प्रबंधन किया, ताकि खेसारी बिना किसी चिंता के अपने काम पर ध्यान दे सकें। उनका यह समर्पण और प्यार खेसारी के लिए बहुत महत्वपूर्ण था।
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खेसारी की पत्नी का समाज सेवा में सहयोग –
‘खेसारी लाल यादव’ और ‘चंदा देवी’ ने मिलकर समाज सेवा के क्षेत्र में भी योगदान दिया है। उन्होंने अपने गांव और समाज के विकास के लिए कई कार्य किए हैं। चंदा देवी ने हमेशा समाज सेवा के कार्यों में खेसारी का साथ दिया और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया।
Biography of Khesari Lal Yadav :
‘खेसारी लाल यादव’ की फिल्मी करियर की शुरुआत :
‘खेसारी लाल यादव’ की फिल्मी करियर की शुरुआत 2011 में हुई जब उन्होंने “साजन चले ससुराल” फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया और खेसारी को रातों-रात एक स्टार बना दिया। इसके बाद उन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया और भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार बन गए। उनकी कुछ प्रमुख फिल्में हैं :
- “साजन चले ससुराल” (2011): इस फिल्म ने खेसारी लाल यादव को भोजपुरी सिनेमा में स्थापित कर दिया।
- “जान तेरे नाम” (2012): इस फिल्म ने भी अच्छा प्रदर्शन किया और खेसारी की लोकप्रियता को और बढ़ाया।
- “लहू के दो रंग” (2013): इस फिल्म में खेसारी ने अपनी अभिनय क्षमता का प्रदर्शन किया।
- “नागिन” (2015): इस फिल्म में खेसारी की भूमिका को बहुत सराहा गया।
- “दिलवाला” (2016): यह फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर हिट रही।
- “मेहंदी लगाके रखना” (2017): यह फिल्म बहुत बड़ी हिट साबित हुई और खेसारी को एक नया मुकाम दिलाया।
Biography of Khesari Lal Yadav :
संगीत करियर :
‘खेसारी लाल यादव’ ने अपने संगीत करियर में भी बहुत नाम कमाया है। उनके गाने भोजपुरिया दर्शकों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं। कुछ प्रमुख गाने हैं:
- “ठीक है”
- “प्यार कइलs करिहs”
- “सईयां अरब गइले ना”
- “जवनिया के जवानी बा”
- “हम हैं हिंदुस्तानी”
खेसारी लाल यादव का व्यक्तिगत जीवन :
‘खेसारी लाल यादव’ का विवाह ‘चंदा देवी’ से हुआ है और उनके दो बच्चे हैं। उनका परिवार मुंबई और पटना में रहता है। खेसारी अपने परिवार के बहुत करीब हैं और जब भी उन्हें समय मिलता है, वे अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद करते हैं।
पुरस्कार और सम्मान :
‘खेसारी लाल यादव’ को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और योगदान के लिए कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं। उन्होंने भोजपुरी सिनेमा में अपनी एक अलग पहचान बनाई है और उन्हें कई बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार से नवाजा गया है।
वर्तमान स्थिति :
वर्तमान में ‘खेसारी लाल यादव’ भोजपुरी सिनेमा के सबसे बड़े सितारों में से एक हैं। वे लगातार नए प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं और उनकी लोकप्रियता दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। वे अपने अभिनय और गायकी के जरिए लोगों का मनोरंजन करते रहते हैं और उनके फैंस उन्हें बहुत प्यार करते हैं।
Biography of Khesari Lal Yadav :
निष्कर्ष :
‘खेसारी लाल यादव’ की कहानी एक प्रेरणा है। उनकी मेहनत, संघर्ष और दृढ़ संकल्प ने उन्हें एक साधारण किसान के बेटे से भोजपुरी सिनेमा का सुपरस्टार बना दिया। उनकी कहानी यह सिखाती है कि यदि व्यक्ति में आत्मविश्वास और मेहनत की भावना हो, तो वह किसी भी मुकाम को हासिल कर सकता है। ‘खेसारी लाल यादव’ की यात्रा यह साबित करती है कि सपने देखना और उन्हें पूरा करना दोनों ही जरूरी हैं, और इसके लिए निरंतर प्रयास और संघर्ष करना पड़ता है।
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