लोकसभा चुनाव के पहले केंद्र सरकार द्वारा महत्वपूर्ण फैसला लिया गया , आज शाम 6:00 बजे केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा CAA संपूर्ण भारत में लागू कर दिया गया है , उन्होंने यह भी सूचना दी है कि सीएए के अधिक जानकारी के लिए ऑनलाइन पोर्टल भी तैयार किया गया है ।
जैसा कि हम सभी को पता है कि आने वाले कुछ ही दिनों में लोकसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान किया जाएगा , ऐसे में केंद्र सरकार द्वारा देश भर में सीएए कानून के लिए अधिसूचना जारी करना किसी मास्टर स्ट्रोक से कम नही । आज से ही संपूर्ण भारत देश मे सीएए नोटिफिकेशन जारी होने के बाद नागरिकता संशोधन कानून ( CAA) लागू हो गया है ।
आज से पहले कब सीएए कानून लागू हुआ था ?
केंद्र सरकार द्वारा दिसम्बर 2019 में सीएए लागू कर दिया गया था और इस कानून को राष्ट्रपति की स्वीकृति भी मिल गई थी , लेकिन देश के कई हिस्सों में इस कानून का विरोध किया गया था और इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया गया था जिसके कारण यह कानून पूर्ण तरीके से लागू नही हो पाया था ।
CAA मैं कौन-कौन से धर्म सम्मिलित हैं :
CAA कानून के अंतर्गत कुल छः गैर मुस्लिम समुदायों हिंदू , सिख , ईसाई , जैन ,बौद्ध और पारसी शामिल हैं , इन्हें भारत की नागरिकता तभी मिल सकती है यदि इन्होंने 31 दिसंबर 2014 तक या उससे पहले भारत में शरण ले ली हो । 31 दिसंबर 2014 के बाद आने वाले किसी भी शरणार्थी के लिए कानून लागू नहीं होगा अथवा वे इस कानून के लाभ से वंचित रहेंगे।
CAA कानून को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने का ही यह बड़ी बात :
भारत के गृहमंत्री अमित शाह के अनुसार CAA का कार्यान्वयन का उल्लंघन कोई नहीं करेगा यद्यपि किसी ने इसका उल्लंघन किया अथवा बलपूर्वक विरोध किया उसे पर कार्यवाही की जाएगी क्योंकि सी ए ए देश का कानून है । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने CAA को लेकर केंद्र सरकार पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया था ।
बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने CAA कानून को बताया बीजेपीका प्रचार प्रसार :
गृह मंत्रालय द्वारा आज CAA के नियमों की अधिसूचना लागू करने के बाद पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि सबसे पहले मुझे इस कानून के नियमों को देखने दीजिए , अभी यह कानून पूरी तरह से लागू नहीं किया गया है यदि लोगों को CAA नियमों के तहत उनके अधिकारों से वंचित किया जाता है तो हम इस कानून का विरोध करेंगे और लोगों के हित के लिए हम इसके खिलाफ लड़ेंगे। यह कानून चुनाव के लिए बीजेपी का मात्र प्रचार प्रसार का एक जरिया है ।
देश में CAAलागू होने के बाद देश राजधानी दिल्ली मैं बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था :
सी ए ए की अधिसूचना जारी होने के बाद दिल्ली के यमुना पार में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है सुरक्षा बलों के द्वारा दिल्ली के कोने-कोने में फ्लैग मार्च भी किया जा रहा है क्योंकि वर्ष 2020 में इस कानून को लेकर उत्तर पूर्वी जिले में कई प्रदर्शन किए गए थे उस दौरान 53 लोगों की मौत हुई थी ।