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Ganesh Chaturthi Date and Time 2024
Ganesh Chaturthi Date and Time 2024

गणेश चतुर्थी 2024: तिथि, शुभ मुहूर्त, महत्व और इतिहास – जानिए क्यों और कब से मनाया जाता है ये पवित्र उत्सव

Ganesh Chaturthi Date and Time 2024 : हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी का विशेष स्थान है। यह पर्व भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होकर पूरे 10 दिनों तक चलता है। इस दौरान भगवान गणेश की पूजा-आराधना की जाती है। 2024 में गणेश चतुर्थी का पर्व 7 सितंबर को मनाया जाएगा।

Ganesh Chaturthi Date and Time 2024

गणेश चतुर्थी तिथि और शुभ मुहूर्त:

  • तिथि प्रारंभ: 6 सितंबर 2024, दोपहर 3:01 बजे
  • तिथि समाप्त: 7 सितंबर 2024, शाम 5:37 बजे
  • गणेश चतुर्थी का दिन: 7 सितंबर 2024
  • पूजा का शुभ मुहूर्त: सुबह 11:03 बजे से दोपहर 1:34 बजे तक (कुल समय: 2 घंटे 31 मिनट)

अनंत चतुर्दशी:
अनंत चतुर्दशी, जब गणपति विसर्जन होता है, 16 सितंबर 2024 को होगी।

गणेश उत्सव का इतिहास : History of Ganesh Utsav

History of Ganesh Utsav

गणेश चतुर्थी की शुरुआत का धार्मिक और सांस्कृतिक दोनों ही दृष्टिकोण से महत्व है। धार्मिक रूप से यह पर्व भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है, जबकि आधुनिक युग में इसकी शुरुआत महाराष्ट्र में 19वीं सदी में हुई।

Ganesh Chaturthi Date and Time 2024

गणेश उत्सव की सार्वजनिक शुरुआत का श्रेय स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक को जाता है, जिन्होंने 1893 में इस पर्व को एक सार्वजनिक और सामाजिक आयोजन के रूप में मनाना शुरू किया। इसका मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ लोगों को एकजुट करना था। इससे पहले गणेश पूजा का आयोजन केवल व्यक्तिगत या पारिवारिक स्तर पर किया जाता था। तिलक ने देखा कि गणपति उत्सव धार्मिक और सांस्कृतिक जुड़ाव का एक शक्तिशाली साधन बन सकता है, जो समाज के विभिन्न वर्गों को एकत्र कर सकता है। इस प्रकार गणेश चतुर्थी को सार्वजनिक मंच पर लाने से भारतीय समाज के विभिन्न वर्गों में एकता का संचार हुआ।

गणेश चतुर्थी का धार्मिक महत्व : Religious Significance of Ganesh Chaturthi

गणेश चतुर्थी का धार्मिक महत्व विशेष रूप से भगवान गणेश के जन्म से जुड़ा है। इसे विनायक चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। भगवान गणेश, जिन्हें ‘विघ्नहर्ता’ और ‘सिद्धिविनायक’ कहा जाता है, ज्ञान, बुद्धि, समृद्धि और बाधाओं को दूर करने वाले देवता माने जाते हैं। उनके जन्मदिवस पर पूजा-अर्चना करने से जीवन की सभी समस्याओं और बाधाओं का निवारण होता है।

इस दिन लोग अपने घरों में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करते हैं और दस दिनों तक उनके लिए विशेष पूजा करते हैं। भक्तों का मानना है कि भगवान गणेश की उपासना करने से उनका जीवन सुख, शांति, और समृद्धि से भर जाता है।

गणेश चतुर्थी पूजा विधि (Ganesh Chaturthi Puja Vidhi)

Ganesh Chaturthi Puja Vidhi
Ganesh Chaturthi Puja Vidhi

गणेश चतुर्थी के दिन विशेष पूजा-विधि के अनुसार भगवान गणेश की आराधना की जाती है:

  1. स्नान और शुद्धिकरण: पूजा के लिए सुबह-सुबह स्नान करके साफ वस्त्र धारण करें।
  2. मूर्ति स्थापना: गणपति की मूर्ति को साफ और पवित्र स्थान पर स्थापित करें। मूर्ति के सामने जल से भरा हुआ कलश रखें।
  3. पूजा सामग्री: गणेश जी को दूर्वा, सिंदूर, फूल, फल, और 21 मोदक या लड्डू चढ़ाएं।
  4. विधिपूर्वक पूजा: मंत्रोच्चार के साथ भगवान गणेश की पूजा करें। दिनभर में 2 बार आरती करें, एक सुबह और एक शाम को।
  5. प्रसाद वितरण: पूजा समाप्त होने के बाद प्रसाद वितरित करें और गणेश जी की कृपा प्राप्त करें।

Ganesh Chaturthi Date and Time 2024

गणेश चतुर्थी के दस दिनों में भक्तगण प्रतिदिन विशेष पूजा, आरती और भोग लगाते हैं। इसके साथ ही कई लोग इस समय विशेष व्रत भी रखते हैं। दसवें दिन अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति विसर्जन किया जाता है, जिसमें भक्तजन उन्हें विदाई देते हैं और अगले वर्ष फिर से लौटने की कामना करते हैं।

गणेश चतुर्थी के प्रमुख स्थल और परंपराएं : Important places and traditions of Ganesh Chaturthi

गणेश उत्सव का प्रमुख केंद्र महाराष्ट्र है, लेकिन यह त्योहार देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है। महाराष्ट्र के अलावा गुजरात, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में भी यह पर्व बड़े पैमाने पर मनाया जाता है। मुंबई का लालबागचा राजा और पुणे का दगडुशेठ हलवाई गणपति मंदिर विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं।

महाराष्ट्र में गणेश उत्सव की खास पहचान वहाँ के सार्वजनिक पंडालों और झांकी प्रतियोगिताओं से है। बड़ी-बड़ी मूर्तियों के साथ सुंदर और भव्य सजावट की जाती है। पंडालों में हजारों लोग दर्शन करने आते हैं और पूरे माहौल में भक्ति और उल्लास का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।

गणेश चतुर्थी का महत्व (Ganesh Chaturthi Importance)

Ganesh Chaturthi Importance
Ganesh Chaturthi Importance
  1. विघ्नों का नाश: भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है, यानी वे सभी विघ्नों को हरते हैं। उनकी पूजा से जीवन की कठिनाइयाँ और परेशानियाँ दूर होती हैं।
  2. ज्ञान और समृद्धि: भगवान गणेश को बुद्धि और समृद्धि के देवता माना जाता है। उनकी पूजा से भक्त को मानसिक शांति और भौतिक सुख की प्राप्ति होती है।
  3. परिवार और समाज में सुख-शांति: गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा से घर में सुख, शांति और समृद्धि का वास होता है। इसके अलावा, यह पर्व समाज को एकजुट करने का काम भी करता है।
  4. संस्कृति का संरक्षण: गणेश उत्सव के माध्यम से भारतीय संस्कृति और परंपराओं का संरक्षण होता है। तिलक द्वारा सार्वजनिक रूप से शुरू किए गए इस पर्व ने देश की सांस्कृतिक धरोहर को भी सहेजने का काम किया है।
  5. आध्यात्मिक उन्नति: गणेश जी की भक्ति से व्यक्ति को आत्मिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है। उनका आशीर्वाद व्यक्ति को सफल और समृद्ध जीवन के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।

गणेश उत्सव के आधुनिक रूप : Modern forms of Ganesh festival

समय के साथ गणेश उत्सव के आयोजनों में कई बदलाव आए हैं। आजकल, यह पर्व न केवल धार्मिक महत्व का है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजनों के रूप में भी मनाया जाता है। इसमें लोक संगीत, नृत्य, नाटक, और कला के विभिन्न रूपों का प्रदर्शन भी होता है। गणेश उत्सव के दौरान कई सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है, जिनमें शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक सेवा जैसे मुद्दों पर जोर दिया जाता है।

Ganesh Chaturthi Date and Time 2024

निष्कर्ष

गणेश चतुर्थी 2024 में 7 सितंबर से शुरू होकर 16 सितंबर तक मनाई जाएगी। इस 10 दिवसीय पर्व में भगवान गणेश की विधिवत पूजा की जाएगी, जो भक्तों के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लेकर आती है। गणेश चतुर्थी का पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि समाज और संस्कृति को एकजुट करने का माध्यम भी है

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