Hathras Stampede Accident :-
जैसे ही “हरि जाटव” उर्फ “भोले बाबा” की गाड़ी निकली , लोगों की भीड़ उनके गाड़ी के पीछे भागने लगी और भगदड़ मच गए इस वजह से सैकड़ो मासूम की जान चली गई।
राजेश नाम का एक युवा के न्यूज़ चैनल देख रहा था तभी उसने देखा कि अचानक उसकी मां की तस्वीर न्यूज़ चैनल पर दिखाई दी उनकी मां गांव के 24 लोगों के साथ उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में आयोजित एक धार्मिक समझ में गई थी इस आयोजन के दौरान वहां भारी भगदड़ मच गई और लगभग 116 लोग मारे गए दर्जनों लोग घायल हुए ।
यह भयानक हादसा हाथरस जिले के सिकंदरा राव तहसील के एक छोटे से गांव रतिभानपुर का है , इस भयानक भगदड़ के बाद का माहौल डरावना और अविश्वसनीय था एक महिला एक ट्रक में 5 से 6 शब्दों के बीच बैठकर आंसू बहा रही थी और लोगों से अपनी बेटी का सब ट्रक के बाहर निकालने के लिए मदद मांग रही थी यह महिला कोई और नहीं टीवी पर न्यूज़ देख रहे हैं राजेश की मां थी।
अस्पताल में ना डॉक्टर ना ऑक्सीजन :
इस भयानक घटना के बाद एक युवक ने बताया कि लगभग 100 से 200 लोग घायल हुए हैं और अस्पताल में केवल एक डॉक्टर था यही तक नहीं ऑक्सीजन की भी कोई सुविधा नहीं थी। युवक ने बताया कि लोग सांस तो ले रहे थे लेकिन जिस तरह उनका इलाज होना चाहिए उसकी कोई सुविधा ही नहीं थी।
पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने बताई हाथरस वाले बाबा की असलियत :-
हाथरस में हुए इस भयानक हाथ से को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह का बयान सामने आया उन्होंने हरि जाटव उर्फ भोले बाबा एवं इस भयानक हादसें के बारे में सच्चाई बताई। हाथरस के पुलराई गांव में मंगलवार 2 जुलाई को बहुत बड़ा हादसा हुआ भोले बाबा नामक एक शख्स के सत्संग में भगदड़ मची और कम से कम 116 लोगों की मौत हो गई बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं जिन्हें हाथरस और एटा के अस्पतालों में एडमिट कराया गया है बताया जाता है कि मंगलवार को हुए सत्संग में 80000 लोगों की परमिशन मांगी गई थी लेकिन भोले बाबा के इस सत्संग में करीब ढाई लाख लोग जमा हो गए थे लगभग 50 से 60 बीघा खेत में पंडाल सजाया गया था सत्संग खत्म होने के बाद लोग अचानक बाहर की ओर निकले लेकिन एग्जिट गेट छोटा होने के कारण एवं रास्ते में नाला होने के कारण कई सारे लोग भगदड़ में एक के ऊपर एक इस नाले में गिर गए और लगभग 2 से 3 घंटे तक दबे रहे।
विक्रम सिंह ने कहा,
“यह भोले बाबा क्लेम करते हैं कि पहले इंटेलिजेंस में थे सिपाही थे और फिर वीआरएस ले लिया इनके ऊपर कई मुकदमे दर्ज हैं स्थानीय प्रशासन को सुनिश्चित करना चाहिए था कि जो चमत्कारी बाबा करते हैं यह कानूनी दंडनीय अपराध है मैजिक रेमेडीज एक्ट के अंतर्गत और इस तरीके से पानी पिला के लोगों को भ्रम की स्थिति उत्पन्न करना इनके ऊपर भी कई केस है ।
बाबा तो वह है लेकिन कम से कम उसमें कुछ स्पिरिचुअल कंटेंट तो होना चाहिए , इनके ऊपर कुल छह अपराध है जिसमें यौन शोषण भी शामिल है ।
काहे बात के बाबा ……कौन से बाबा …..बाबा का आडंबर कोई ओढ़ के आ जाए तो वह ऐसा लगता है की साक्षात् नारायण का अवतार है दुर्भाग्य यही है जिसके ऊपर 6 – 7 अपराध हो , यौन शोषण तक के अपराध हो , वह अपने को चमत्कारी बता रहा है , चलिए मान लीजिए बाबा है तो कम से कम वहां बेसिक पुलिस व्यवस्था आवागमन के रास्ते और अगर कोई आपदा विपदा होती है तो उसे स्थिति में निपटने के लिए इमरजेंसी संबंधित व्यवस्था तो होनी चाहिए थी , यह अत्यधिक चिंता और शोक का विषय है ।”
अब तक क्या कार्रवाई हुई :
इस मामले में हाथ रस के पुलिस ने मुख्य सेवादार और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को पीटीआई को यह जानकारी दी है , अधिकारी ने बताया मंगलवार 2 जुलाई को देर रात सिकंदरा राव थाने में मुख्य सेवादार देव प्रकाश मधुकर और अन्य सेवा दारो के खिलाफ प्राथमिक दर्ज की गई है ।