How to make village desi Baati – Chokha :
How to make Desi Baati – Chokha : गांव का देशी बाटी – चोखा कैसे बनाएं : आईए जानते हैं उत्तर प्रदेश और बिहार का मशहूर देशी बाटी – चोखा कैसे बनता है ? आखिर क्या खासियत है , क्यों यूपी बिहार में बाटी – चोखे को इतनी प्राथमिकता दी जाती है ।

गांव के देशी बाटी – चोखें बनाने की विधि :-
चोखा – बाटी बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले सामग्रियां निम्न है –
चोखा सामग्री :
1. बैगन -4 ( आवश्यकता अनुसार )
2. टमाटर – 4
3. लहसुन – 4
4. हरी मिर्च – 2
5. प्याज – 2
6. धनिया पाउडर – 2 चम्मच
7. सरसो का तेल – 2 चम्मच
बाटी सामग्री :
1. आटा – 250 ग्राम
2. देशी घी – 200 ग्राम
3. भुना सत्तू – 1 कटोरी
4. प्याज – 3
5. लहसुन कली – 8
6. अदरक का टुकड़ा – 1 इंच
7. हरी मिर्च – 5
8. धनिया कटी हुई – 2 चम्मच
9. भुना पिसा जीरा – 1 चम्मच
10. टीस्पून नमक- 1
11. अजवाइन – 1 चम्मच
12. लाल मिर्च भरवा मिर्च का अचार – आधा चम्मच
13. हींग – 1 चुटकी
14. रस – 1 निम्बू का
( नोट – सामग्रियों की मात्रा आप परिवार में उपस्थित लोगों की संख्या के अनुसार बड़ा घटा सकते हैं )
क्रमानुसार बाटी – चोखा बनाने की विधि :
1. सबसे पहले हम बैगन को काटकर देखेंगे कि ठीक है या नहीं । फिर उसमें लहसुन और मिर्च को चित्र की तरह भरते हैं ।

2. अब बैगन और टमाटर मैं तेल लगाकर उसे भूनने के लिए गैस पर जाली रखकर रख देते हैं ।

3. थोड़ी देर में जब बैगन व टमाटर अच्छी तरह से पक जाए तो उसका छिलका उतार देते हैं तत्पश्चात लहसुन मिर्च सब उसी में अच्छे से मिला लेते हैं फिर नमक धनिया प्याज को भी डाल देते हैं अंतिम में एक चम्मच सरसों का तेल मिक्स कर लेते हैं इस तरह से हमारा टेस्टी चोखा तैयार हो जाता है ।

4. अब बाटी बनाने के लिए आटा गूंध लेते हैं और सत्तू में प्याज , लहसुन , अदरक , मिर्च का पेस्ट , नमक , भुना जीरा , अजवाइन , निम्बू रस , हींग अच्छी तरह से मिलाते है ।

5. अब आते की लोई बनाकर उसमें सत्तू के बने मिश्रण को भर के गोल कर लेते हैं , इस तरह सारी लोई तैयार कर लेते हैं ।

6. अब अप्पे पैन को गैस पर चढ़ाते हैं उसमें घी लगाकर बाटी को डालकर अच्छे से सेंक लेते हैं ।

7. दोनों ओर से अच्छे से पक जाने के बाद गोल्डन बाटी को चोखा के साथ प्लेट में परोस लेते करते हैं ।

How to make village Desi Baati – Chokha :- गांव का देशी बाटी – चोखा कैसे बनाएं :-
बाटी चोखा बिहार का फेमस व्यंजन है जिससे यूपी बिहार के लोग बड़े शौक से कहते हैं । बाटी चेक करना है सिर्फ साथ में लाजवाब है बल्कि यह सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद माना जाता है । राजस्थान के बाटी – चूरमा का नाम भी देते हैं ।
क्यों यूपी बिहार में बाटी – चोखे को इतनी प्राथमिकता दी जाती है ? आख़िर कब और कैसे इसकी शुरुआत हुई जाने एक नज़र में … Village Food
How to make Desi Baati – Chokha : बाटी चोखा का इतिहास बेहद दिलचस्प रहा है ऐसा माना जाता है कि मगध काल से ही चला आ रहा व्यंजन है जिसे मगध साम्राज्य के समय सैनिक युद्ध में बाटी चोखा ही लेकर जाया करते थे । कई किताबों के अनुसार 18वीं शताब्दी में लंबी दूरी तय करने के बाद मुसाफिरों का मुख्य भोजन हुआ करता था । मगध कल में यह एक शाकाहारी व्यंजन के रूप में खाया जाता था लेकिन मुगल काल में इसे मांसाहारी बनाकर खाया करते थे । मुगल काल में लोग बाकी चोखा को मांसाहारी पाया के साथ ज्यादा खाना पसंद करते थे और फिर धीरे-धीरे इसका प्रचलन बढ़ता गया ।