मैनपुरी में संदिग्ध उम्मीदवारों की पहचान
मैनपुरी के आरसी कॉलेज और दयानन्द इंटर कॉलेज में दो संदिग्ध उम्मीदवारों को पकड़ा गया। इन उम्मीदवारों का प्रवेश पत्र में फोटो नहीं था, जिसके चलते एसपी सिटी राहुल मिठास ने मौके पर पहुंचकर गहन जांच की।
आगरा और रायबरेली में नकल के प्रयास
आगरा में एक उम्मीदवार को ‘मुन्नाभाई’ के रूप में पकड़ा गया, जबकि रायबरेली में एक और उम्मीदवार ब्लूटूथ के जरिए चीटिंग करते हुए पकड़ा गया। इन घटनाओं के बाद परीक्षा में सख्ती बढ़ा दी गई।
दूसरी पाली की परीक्षा की तैयारियाँ
दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 3 बजे से शुरू हुई। परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को ले जाना सख्ती से मना था।
पहली पाली की परीक्षा का समापन
पहली पाली की परीक्षा सुचारू रूप से सम्पन्न हो गई। गाजीपुर में लगभग 35% उम्मीदवारों ने परीक्षा छोड़ी, जबकि लखनऊ में सीसीटीवी के माध्यम से परीक्षा की निगरानी की गई।
सुरक्षा व्यवस्था: ड्रोन और सीसीटीवी का इस्तेमाल
परीक्षा केंद्रों पर ड्रोन कैमरा और सीसीटीवी के जरिए निगरानी की गई। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की तैनाती से परीक्षा को नकल मुक्त और शांतिपूर्ण बनाने के प्रयास किए गए।
डीजीपी प्रशांत कुमार का बयान
यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि अब तक किसी भी परीक्षा केंद्र से पेपर लीक की कोई सूचना नहीं मिली है। प्रदेश भर में 60 लाख से अधिक छात्र लगभग 10 पालियों में परीक्षा देंगे। यदि कहीं भी गड़बड़ी की सूचना मिलती है, तो तत्काल FIR दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
दूसरे दिन की परीक्षा: नदारद रहे कई अभ्यर्थी, पेपर लीक की कोई सूचना नहीं
प्रमुख बिंदु:
- संदिग्ध अभ्यर्थी: दूसरे दिन दोनों पालियों में कुल 72 संदिग्ध अभ्यर्थी पकड़े गए।
- सुरक्षा व्यवस्था: परीक्षा कड़ी सुरक्षा के बीच सम्पन्न हुई।
- डीजीपी का निरीक्षण: डीजीपी ने कई परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया।
दूसरे दिन कुल 31.78% अभ्यर्थियों ने परीक्षा नहीं दी। इनमें से 20.27% ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किया, लेकिन परीक्षा केंद्र पर नहीं पहुंचे। पहले दिन भी 32.45% अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ी थी।
संदिग्ध अभ्यर्थियों की पहचान और कार्रवाई
दूसरे दिन दोनों पालियों में कुल 72 संदिग्ध अभ्यर्थी पकड़े गए। इन अभ्यर्थियों के फिंगरप्रिंट और दस्तावेज आधार कार्ड से मेल नहीं खाए। पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष राजीव कृष्ण ने बताया कि इन सभी संदिग्ध अभ्यर्थियों से पहचान पत्र और स्वप्रमाणित पत्र लेकर परीक्षा में शामिल कराया गया। परीक्षा के बाद उनके दस्तावेजों की सघन जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पेपर लीक की अफवाह और कार्रवाई
लखनऊ में एसटीएफ ने एक गिरोह के सदस्य को गिरफ्तार किया, जो परीक्षा केंद्र के पास पेपर लीक होने का झूठा दावा कर अभ्यर्थियों से पैसे ऐंठने की कोशिश कर रहा था। इस मामले में लखनऊ की हुसैनगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि, पेपर लीक की कोई वास्तविक घटना सामने नहीं आई।
डीजीपी का औचक निरीक्षण
दूसरे दिन डीजीपी प्रशांत कुमार ने लखनऊ विश्वविद्यालय और नेशनल डिग्री कॉलेज में परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने सभी केंद्रों में पारदर्शी और शुचितापूर्ण ढंग से परीक्षा कराने के निर्देश दिए।
पहली और दूसरी पाली के आंकड़े
- पहली पाली:
- कुल परीक्षार्थी: 4,81,838
- प्रवेश पत्र डाउनलोड: 4,12,155
- परीक्षा देने पहुंचे: 3,21,322
- संदिग्ध अभ्यर्थी: 30
- दूसरी पाली:
- कुल परीक्षार्थी: 4,81,838
- प्रवेश पत्र डाउनलोड: 4,12,418
- परीक्षा देने पहुंचे: 3,36,121
- संदिग्ध अभ्यर्थी: 42
निष्कर्ष
यूपी पुलिस भर्ती 2024 की परीक्षा के दूसरे दिन भी कई अभ्यर्थी परीक्षा से नदारद रहे। प्रशासन और पुलिस ने कड़े सुरक्षा प्रबंधों के साथ परीक्षा का आयोजन किया और पेपर लीक की कोई घटना सामने नहीं आई। परीक्षा केंद्रों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया और किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोकने के लिए विशेष सतर्कता बरती गई है।