रवि किशन जी के जिंदगी का संघर्ष भरा दिन : Story of Ravi Kishan’s life struggle :
“रवि किशन” जी के जीवन का सफर संघर्षों से भरा रहा है, जो उन्हें एक अद्वितीय व्यक्ति बनाता है। उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से जानना उनके संघर्ष और मेहनत की गहराई को समझने में मदद करेगा।
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प्रारंभिक जीवन और परिवार :
“रवि किशन” का जन्म एक मध्यमवर्गीय ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम पंडित श्याम नारायण शुक्ला था, जो एक पुजारी थे। उनका बचपन गरीबी में बीता और परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी। उन्होंने अपने बचपन के दिनों में ही जीवन की कठिनाइयों का सामना करना शुरू कर दिया था। गाँव के छोटे से स्कूल में पढ़ाई करते हुए, उनके मन में हमेशा बड़े सपने थे। उन्होंने अपने गांव में कई धार्मिक नाटकों में हिस्सा लिया और यहीं से उनके अभिनय करियर की शुरुआत हुई।
मुंबई का संघर्ष :
“रवि किशन” ने अपने अभिनय के सपनों को पूरा करने के लिए मुंबई जाने का फैसला किया। यह निर्णय उनके लिए आसान नहीं था क्योंकि उनके पास सीमित संसाधन थे। मुंबई में अपने शुरुआती दिनों में, उन्हें रहने और खाने के लिए संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने मुंबई के विभिन्न इलाकों में किराए के घरों में रहकर अपनी जिंदगी बिताई। इन दिनों में, उन्होंने छोटे-मोटे काम किए और फिल्मों में छोटे-छोटे रोल पाने की कोशिश की।
फिल्मों में शुरुआती करियर :
“रवि किशन” ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1992 में हिंदी फिल्म “पीतांबर” से की। हालांकि, यह फिल्म ज्यादा सफल नहीं रही, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और संघर्ष जारी रखा। उन्होंने हिंदी फिल्मों में कई छोटे-मोटे रोल किए, लेकिन उन्हें मुख्य धारा में पहचान नहीं मिली।
भोजपुरी सिनेमा में सफलता :
“रवि किशन” ने भोजपुरी सिनेमा की ओर रुख किया, जहां उन्होंने अपनी मेहनत और प्रतिभा से एक नई पहचान बनाई। 2003 में रिलीज़ हुई फिल्म “सईयाँ हमार” से उन्होंने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में धूम मचा दी। इसके बाद, उन्होंने कई सफल भोजपुरी फिल्मों में काम किया और भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार बन गए। उनकी प्रमुख भोजपुरी फिल्मों में “संतान”, “धर्मात्मा”, “बाजिगर”, “बंधन टूटे ना” और “विदेशिया” शामिल हैं।
बॉलीवुड में वापसी :
भोजपुरी सिनेमा में सफल होने के बाद, रवि किशन ने दोबारा बॉलीवुड में अपनी किस्मत आजमाई। उन्होंने कई हिंदी फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं। उनकी प्रमुख हिंदी फिल्मों में “तेरे नाम”, “फिर हेरा फेरी”, “लक बाय चांस”, “राजनीति”, और “मुक्काबाज” शामिल हैं। उन्होंने अपनी अदाकारी से बॉलीवुड में भी अपनी पहचान बनाई।
रियलिटी शो और टेलीविजन :
“रवि किशन” ने रियलिटी शो “बिग बॉस” के पहले सीजन में हिस्सा लिया, जहां उनकी लोकप्रियता और भी बढ़ी। उन्होंने “झलक दिखला जा”, “नच बलिए” और “झलक दिखला जा” जैसे शो में भी हिस्सा लिया। इसके अलावा, उन्होंने कई टीवी सीरियल्स में भी काम किया और अपनी बहुमुखी प्रतिभा का परिचय दिया।
राजनीतिक करियर :
“रवि किशन” ने 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर गोरखपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। वह वर्तमान में गोरखपुर से सांसद हैं। राजनीति में आने के बाद भी उन्होंने अपनी फिल्मी करियर को जारी रखा है और समाज सेवा में भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
व्यक्तिगत जीवन :
Story of Ravi Kishan’s life struggle : “रवि किशन” की शादी “प्रीति” से हुई है और उनके चार बच्चे हैं। उनके बच्चों में तीन बेटियाँ और एक बेटा है। उन्होंने अपने परिवार के साथ अपनी जिंदगी को संतुलित रखते हुए अपने करियर को भी उच्चतम स्तर पर पहुंचाया। उनकी पत्नी प्रीति ने हमेशा उनके संघर्ष के दिनों में उनका साथ दिया और उनकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
“रवि किशन” की जिंदगी की कहानी हमें यह सिखाती है कि कड़ी मेहनत, धैर्य, और समर्पण से किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है। उनका संघर्ष और सफलता की कहानी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।