Terrible collision between two trains in Bengal :-
पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाई गुड़ी में बड़ा ट्रेन हादसा हुआ एक मालगाड़ी में सियालदह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी , टक्कर लगने से कंचनजंगा एक्सप्रेस की कई बोलियों पटरी से उतर गई । इस हादसे में अब तक आठ लोगों की मौत जबकि 25 से ज्यादा लोग घायल होने की आशंका है , इस बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव दार्जिलिंग के लिए रवाना हो गए हैं।
दो ट्रेनों के मध्य भयानक टक्कर सोमवार सुबह 9:00 बजे के आसपास उसे समय हुई जब 13174 कंचनजंगा एक्सप्रेस अगरतला से सियालदह जा रही थी , इस टक्कर में कंचनजंगा एक्सप्रेस के दो डिब्बे डिरेल हो गए । हर तरफ चीख पुकार मच गई है टक्कर लगने की वजह से ट्रेन की बोगिया पटरी से उतर गई प्रशासन गैस कटर से ट्रैन के डब्बो को काटकर , लोगों को बाहर निकलने में जुटे हैं ।
एनडीआरएफ और पुलिस की टीम में गैस कटर की मदद से डब्बो को काट रही है ताकि अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला जा सके।
दार्जिलिंग पुलिस के एडिशनल एसपी अभिषेक रॉय ने कहा है कि इस दुर्घटना में अब तक पांच लोगों की मौत हुई है जबकि 20 से 25 लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं स्थिति बहुत गंभीर है यह घटना उसे समय हुई जब मालगाड़ी ने पीछे से कंचनजंगा एक्सप्रेस को टक्कर मार दी।
” जय वर्मा ” ने बताया कि मालगाड़ी के ड्राइवर ने सिग्नल को अनदेखी कर ट्रेन आगे बढ़ा लिया था जिस कारण यह भयानक हादसा हुआ।
भारत के प्रधानमंत्री ” नरेंद्र मोदी ” जी ने भी इस भयानक हद से के बारे में जानकर दुख जताया है और उन्होंने आश्वासन दिया है कि मैं हर बुरी स्थिति में पीड़ित के परिवार जनों के साथ खड़ा हूं।
घटना की जांच जारी :-
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह दुर्घटना सिग्नल समस्या के कारण हुई बिना सिग्नल के मालगाड़ी कंचनजंगा एक्सप्रेस से टकरा गई रेलवे सूत्रों के मुताबिक सिग्नल सिस्टम में दिक्कत के कारण मालगाड़ी कंचन जगह एक्सप्रेस टकरा गई ।
भारतीय रेलवे के निर्देशानुसार उत्तर बंगाल से कोलकाता जाने वाली ट्रेनों की प्राथमिकता दी जाती है जलपाईगुड़ी में जिस जगह या हादसा हुआ उसे ट्रैक से पहले कोलकाता जाने वाली ट्रेनों को भेजा जाता है दूसरे रूट की ट्रेनों के लिए यहां अलग ट्रैक है जब कोलकाता के लिए यह इस ट्रैक से कोई ट्रेन नहीं गुजर रही होती उसे स्थिति में दूसरी ट्रेनों को वहां से भेजा जाता है लेकिन यहां पहले लापरवाही सामने आई जब इस ट्रैक से कंचनजंगा एक्सप्रेस गुजर रही थी तो फिर मालगाड़ी यहां कैसे आ पहुंची उसे तो ऐसी स्थिति में दूसरे ट्रैफिक गुजरा था यह हादसे की सबसे बड़ी लापरवाही मानी जा रही है ।
दूसरी लापरवाही इस केस में या सामने आई है
दूसरी लापरवाही इस केस में यह सामने आई है कि मालगाड़ी ओवरलोड थी साथ ही ओवर स्पीड भी वही कंचनजंगा एक्सप्रेस की स्पीड 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटा थी इसी कारण जब उसकी टक्कर कंचनजंगा एक्सप्रेस से हुई तो पैसेंजर की दो बोगियों के परखच्चे उड़ गए एक बोगी तो हवा में झूल गई हादसे का मंजर बेहद डरावना था
तीसरी लापरवाही यह भी सामने आई है कि जब कंचनजंगा एक्सप्रेस रुकी हुई थी तो क्या इस बात की सूचना वहां मौजूद रेलवे कर्मचारियों को नहीं थी ? अगर होती तो मालगाड़ी उसे ट्रैक से जाने ही नहीं दिया जाता ।
फिलहाल रेलवे पुलिस एवं राज्य पुलिस और प्रशासन की सभी टीम हादसे की जांच कर रही है हादसे में मारे गए पांच लोगों की भी पहचान की जा रही है मौके पर रेस्क्यू टीम में मौजूद है हादसे के बाद ट्रेन में फंसे यात्रियों को गैस कटर की मदद से बोगियां काटकर बाहर निकाला जा रहा है कुछ पैसेंजर ट्रैक में भी फस गए हैं उन्हें भी बड़ी मुश्किल से सुरक्षित बाहर निकल गया अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है हादसे में मालगाड़ी का लोको पायलट गंभीर रूप से घायल है बाकी के लोग पायलट से भी पूछताछ की जा रही है